Desh Bhakti Shayari in hindi
दिल से मर कर भी ना निकलेगी वतन की उल्फ़त,
मेरे मिट्टी से भी खुशबू-ए-वतन आएगी.
जिसे सींचा लहू से है वो यूँ खो नहीं सकती,
सियासत चाह कर विष बीज हरगिज बो नहीं सकती,
वतन के नाम पर जीना वतन के नाम मर जाना,
शहादत से बड़ी कोई इबादत हो नहीं सकती.
जो अब तक ना खौला वो खून नही पानी हैं,
जो देश के काम ना आये वो बेकार जवानी हैं.
सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में हैं,
देखना हैं जोर कितन बाजू-ए-कातिल में हैं,
वक्त आने दे बता देंगे तुझे ए आसमां,
हम अभी से क्या बताएं क्या हमारे दिल में हैं.
लड़ें वो बीर जवानों की तरह,
ठंडा खून फ़ौलाद हुआ,
मरते-मरते भी की मार गिराए,
तभी तो देश आज़ाद हुआ.
किसी को लगता हैं हिन्दू ख़तरे में हैं,
किसी को लगता मुसलमान ख़तरे में हैं,
धर्म का चश्मा उतार कर देखो यारों,
पता चलेगा हमारा हिंदुस्तान ख़तरे में हैं.
है नमन उनको कि जो यशकाय को अमरत्व देकर,
इस जगत में शौर्य की जीवित कहानी हो गये हैं,
है नमन उनको जिनके सामने बौना हिमालय,
जो धरा पर गिर पड़े पर आसमानी हो गये हैं.
उन आँखों की दो बूंदों से सातों सागर हारे हैं,
जब मेहँदी वाले हाथों ने मंगल-सूत्र उतारे हैं.
कुछ पन्ने इतिहास के
मेरे मुल्क के सीने में शमशीर हो गएँ,
जो लड़े, जो मरे वो शहीद हो गएँ,
जो डरे, जो झुके वो वजीर हो गएँ.
चिंगारी आजादी की सुलगी मेरे जश्न में हैं,
इन्कलाब की ज्वालाएं लिपटी मेरे बदन में हैं,
मौत जहाँ जन्नत हो ये बात मेरे वतन में हैं,
कुर्बानी का जज्बा जिन्दा मेरे कफन में हैं.
desh bhakti shayari 2 line
अगर माटी के पुतले देह में ईमान जिन्दा हैं,
तभी इस देश की समृद्धि का अरमान जिन्दा हैं,
ना भाषण से है उम्मीदें ना वादों पर भरोसा हैं,
शहीदों की बदौलत मेरा हिन्दुस्तान जिन्दा है.
दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगें,
आजाद हैं और आजाद ही रहेंगें.
अनेकता में एकता ही इस देश की शान हैं,
इसलिए मेरा भारत देश महान हैं.
अपनी आजादी को हम हरगिज मिटा सकते नही !
सर कटा सकते हैं लेकिन सर झुका सकते नही!!
मैं जला हुआ राख नही, अमर दीप हूँ,
जो मिट गया वतन पर, मैं वो शहीद हूँ.
भारत की फ़जाओं को सदा याद रहूँगा,
आज़ाद था, आज़ाद हूँ, आज़ाद रहूँगा.
ये पेड़ ये पत्ते ये शाखें, भी परेशान हो जाएँ,
अगर परिंदे भी हिन्दू और मुसलमान हो जाएँ.
कहते हैं अलविदा हम अब इस जहान को,
जा कर ख़ुदा के घर से अब आया न जाएगा,
हमने लगाई आग हैं जो इंकलाब की,
इस आग को किसी से बुझाया ना जाएगा.
खूब बहती हैं अमन की गंगा बहने दो,
मत फैलाओ देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे रंग में ना बाटो हमको,
मेरे छत पर एक तिरंगा रहने दो.
शहीदों की चिताओं पर लगेंगे हर बरस मेले,
वतन पे मरने वालो का यही बाकि निशां होंगा.
आन देश की शान देश की, देश की हम संतान हैं,
तीन रंगों से रंगा तिरंगा अपनी ये पहचान हैं.
चढ़ गये जो हँसकर सूली, खाई जिन्होंने सीने पर गोली,
हम उनको प्रणाम करे हैं, जो मिट गये देश पर,
हम सब उनको सलाम करते हैं.
Mere Mulk Ki Hifazat Hi Mera Farz Hai
Aur Mera Mulk Hi Meri Jaan Hai,
Is Par Kurbaan Hai Mera Sab Kuchh,
Nahi Isse Badhkar Mujhko Apani Jaan Hai.
मेरे मुल्क की हिफाज़त ही मेरा फ़र्ज है
और मेरा मुल्क ही मेरी जान है,
इस पर कुर्बान है मेरा सब कुछ,
नही इससे बढ़कर मुझको अपनी जान है।
Emotional Desh Bhakti Shayari
Bharat Ko Jo Karna Naman Chhod De,
Keh Do Unhe Wo Mera Vatan Chhod De,
Majhab Pyara He Jise Bharat Nahi,
Wo Iss Ki Panah Me Rehna Chhod De.
भारत को जो करना नमन छोड़ दे,
केह दो उन्हें वो मेरा वतन छोड़ दे,
मजहब प्यारा हे जिसे भारत नहीं,
वो इस की पनाह में रहना छोड़ दे।
जय हिन्द जय भारत।।
Naa Poochho Jamane Ko,
Kya Hamari Kahani Hain,
Hamari Pehchaan To Sirf Ye Hai
Ki Hum Sirf Hindustani Hain.
ना पूछो ज़माने को,
क्या हमारी कहानी हैं,
हमारी पहचान तो सिर्फ ये है,
की हम सिर्फ हिंदुस्तानी हैं।
Teen Rang Ka Nahi Vastr, Ye Dhvaj Desh Ki Shaan Hai,
Har Bhartiy Ke Dilo Ka Svabhimaan Hai,
Yahi Hai Ganga, Yahi Hai Himalay, Yahi Hind Ki Jaan Hai
Aur Teen Rangon Mein Ranga Hua Ye Apna Hindustaan Hai.
तीन रंग का नही वस्त्र, ये ध्वज देश की शान है,
हर भारतीय के दिलो का स्वाभिमान है,
यही है गंगा, यही हैं हिमालय, यही हिन्द की जान है
और तीन रंगों में रंगा हुआ ये अपना हिन्दुस्तान हैं।
Lahoo Vatan Ke Shaheedon Ka Rang Laaya Hai,
Uchhal Raha Hai Zamane Mein Naam-E-Aazadi.
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है,
उछ्ल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी।
Vatan Ki Khaak Zara Ediyaan Ragadne De,
Mujhe Yaqeen Hai Pani Yaheen Se Niklega.
वतन की ख़ाक ज़रा एड़ियां रगड़ने दे,
मुझे यक़ीन है पानी यहीं से निकलेगा।
Dil Se Niklegi Na Mar Kar Bhi Vatan Ki Ulfat
Meri Mitti Se Bhi Ḳhushbu-E-Wafa Aaegi
दिल से निकलेगी न मर कर भी वतन की नफरत,
मेरी मिटटी से भी खुशबू-ए-वफ़ा आयेगी।
Bharatmata Tumhen Pukare Aana Hi Hoga,
Karz Apne Desh Ka Chukana Hi Hoga,
De Karake Kurbani Apni Jaan Ki,
Tumhe Marna Bhi Hoga Maarna Bhi Hoga.
भारतमाता तुम्हें पुकारे आना ही होगा,
कर्ज अपने देश का चुकाना ही होगा,
दे करके कुर्बानी अपनी जान की,
तुम्हे मरना भी होगा मारना भी होगा।
Har Dil Mein Ye Arman Niklega,
Kisi Ke Raheem To Kisi Ke Raam Niklega,
Magar Unka Seena Cheer Ke Dekha Jaye,
To Usme Hamara Pyara Bharatbarsh Niklega.
हर दिल में ये अरमान निकलेगा,
किसी के रहीम तो किसी के राम निकलेगा,
मगर उनका सीना चीर के देखा जाए,
तो उसमें हमारा प्यारा भारतबर्ष निकलेगा।
Desh k liye Shayari
Jis Desh Me Pakshpaat Ke Faile Jaal Hote Hain,
Vahaan Hunar Sabke Behaal Hote Hain,
Vo Desh Kabhi Unchai Nahin Pa Sakta,
Jahaan Ke Bazeer Hi Dalaal Hote Hain.
जिस देश में पक्षपात के फैले जाल होते हैं,
वहाँ हुनर सबका बेहाल होते हैं,
वो देश कभी ऊंचाई नहीं पा सकता,
जहाँ के वज़ीर ही दलाल होते हैं।
Aao Desh Ka Sammaan Kare,
Shaheedo Ki Shahadat Yaad Kare,
Jo Kurvaan Ho Gaye Mere Desh Par,
Unhen Sar Jhuka Kar Salaam Kare.
Jay Bhaarat Jay Javaan!!
आओ देश का सम्मान करे,
शहीदो की शहादत याद करे,
जो कुर्वान हो गए मेरे देश पर,
उन्हें सर झुका कर सलाम करे।
जय भारत जय जवान।।
Main Apne Desh Ka Hardam Samman Karta Hun,
Yahan Ki Mitti Ka Hi Gunagaan Karta Hun,
Mujhe Dar Nahin Hai Apani Maut Se,
Tiranga Bane Kafan Mera, Yahi Armaan Rakhta Hun.
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से,
तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ।
Main Apne Desh Ka Hardam Samman Karta Hun,
Yahan Ki Mitti Ka Hi Gunagaan Karta Hun,
Mujhe Dar Nahin Hai Apani Maut Se,
Tiranga Bane Kafan Mera, Yahi Armaan Rakhta Hun.
मैं अपने देश का हरदम सम्मान करता हूँ,
यहाँ की मिट्टी का ही गुणगान करता हूँ,
मुझे डर नहीं है अपनी मौत से,
तिरंगा बने कफ़न मेरा, यही अरमान रखता हूँ।
Apni Aazadi Ki Kabhi Shaam Hone Nahin Denge,
Shaheedo Ki Kurbani Barbaad Nahin Hone Denge,
Bachi Ho Jo Ek Boond Khoon Ke Katre Ki,
Tab Tak Bharatmata Par Aanch Na Aane Denge.
अपनी आजादी की कभी शाम होने नहीं देंगे,
शहीदों की कुर्बानी बरबाद नहीं होने देंगे,
बची हो जो एक खून के कतरे की,
तब तक भारतमाता पर आंच न आने देंगे।
Aazadi ke liye Shayari
Khushnaseeb Hain Vo Jo Desh Par Mit Jaate Hain,
Markar Bhi Vo Log Amar Ho Jaate Hain,
Karta Hun Unhen Salam, Vatan Pe Mitane Walo,
Tumhari Har Saans Me Desh Ka Naseeb Basta Hai.
खुशनसीब हैं वो जो देश पर मिट जाते हैं,
मरकर भी वो लोग अमर हो जाते हैं,
करता हूँ उन्हें सलाम वतन पे मिटने वालों,
तुम्हारी हर साँस में देश का नसीब बसता है।
Yahin Rahunga Kahin Umr Bhar Na Jaunga,
Zameen Maa Hai Ise Chhod Kar Na Jaunga.
यहीं रहूँगा कहीं उम्र भर न जाउँगा,
ज़मीन माँ है इसे छोड़ कर न जाऊँगा।
Bharatmata Ke Liye Mar Mitna Kabool Hai Mujhe,
Akhand Bharat Banane Ka… Junoon Hai Mujhe.
भारतमाता के लिए मर मिटना कबूल है मुझे,
अखंड भारत बनाने का… जूनून है मुझे।
Hawa Dukhon Ki Jab Aai Kabhi Khizaan Ki Tarah,
Mujhe Chhupa Liya Mitti Ne Meri Maa Ki Tarah.
हवा दुखों की जब आई कभी ख़िज़ाँ की तरह,
मुझे छुपा लिया मिट्टी ने मेरी माँ की तरह।
Amanparast Desh Hai Mera, Is Desh Me Danga Rahne Do,
Laal Hare Me Mat Baanto, Mere Desh Me Tiranga Rahne Do.
अमन परस्त देश है मेरा, इस देश में दंगा रहने दो,
लाल हरे में मत बांटो, मेरे देश में तिरंगा रहने दो।
Desh bhakti shayari english
Kar Hausale Buland Jabaan, Tere Peechhe Hai Avaam,
Dushmano Ko Maar Giraenge, Jo Hamse Desh Batbayenge.
कर हौसले बुलंद जबान, तेरे पीछे है अवाम,
दुश्मनो को मार गिराएंगे, जो हमसे देश बटबायेंगे।
Dil Mein Junoon Aankhon Me Deshabhakti Ki Chamak Rakhta Hun,
Dushman Ki Jaan Nikal Jaye Aabaz Itni Dam Rakhta Hun.
दिल में जूनून आँखों में देशभक्ति की चमक रखता हूँ,
दुश्मन की जान निकल जाए आबाज़ इतनी दम रखता हूँ।